एंग्लो भूटान सम्बन्ध
- 1816 में असम पर कब्जे ने भूटान की पहाड़ी राज्यों के साथ अंग्रेजों के निकट संपर्कता बढ़ाई
- 1865 में भूटान को वार्षिक अनुदान के बदले असम जानेवाले दरों को छोड़ने के लिए बाध्य किया गया इन क्षेत्रों में बेहद उत्पादक चाय बागान बनाए गए
- गोरखा उन्हें 1760 में नेपाल पर नियंत्रण हासिल कर लिया 1801 में अंग्रेज उन्हें गोरखपुर पर कब्जा कर लिया जिसने गोरखा की सीमा और कम्पनी की सीमा को एक साथ ला दिया लार्ड हैस्टिंग्स( 1813-23 ) के काल में गोरखाओ द्वारा बुटवल और श्योराज के कब्जे के कारण यह संघर्ष शुरू हो गया
- सगोली की संधि पर अंग्रेजों के पक्ष में हस्ताक्षर किये गये
- नेपाल में एक ब्रिटिश रैजीडैंट को स्वीकार किया
- नेपाल ने गढ़वाल और कुमाऊं जिलों को अंग्रेजों को दे दिया और तराई के अपने दावों को छोड़ दिया
- नेपाल सिक्किम से हट गए
- अंग्रेज अब हिमालय पहुंच गए थे अंग्रेजों को अब कई हिल स्टेशन मिले
- गोरखा एक बड़ी संख्या में ब्रिटिश सेना में शामिल होने लगे
- अठारहवीं शताब्दी की शुरुआत में वर्मा एक स्वतंत्र देश था
- अंग्रेजों की विस्तार की निधि वर्मा में जंगलों के समृद्ध संसाधन और वर्मा में फ्रांसीसी में दुकान शव को रोकना यही कारण था कि अंग्रेजों ने बर्मा में रुचि दिखाई
- 3 एंग्लो बर्मी युद्ध हुए
- यानडब कि संधि
- वर्मा ने मणिपुर को 1 स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दी
- वर्मा ने असम कछारों जयंतियां पर अपने दावों को छोड़ दिया
- ब्रिटिश ने अधिकांश तट रेखा का अधिग्रहण किया
- द्वितीय बर्मायुद्ध 1852
- तृतीय बर्मायुद्ध 1885
- तिब्बत पर चीन के नाम मात्र के अधिपति के तहत बौद्ध भिक्षुओं के धर्मतन्त्र का शासन था
- ल्हासा में रूसी प्रभाव बढ़ने के कारण कर्ज़न ने एक छोटा गोरखा दल भेजा
- युद्ध क्षतिपूर्ति 7500000
- अंग्रेजों ने चुंबी घाटी का अधिग्रहण किया
- अफगान क्षेत्र में रूसी प्रभाव बढ़ रहा था यह ब्रिटिश के लिए ख़तरा था
- अफ़ग़ानिस्तान को ब्रिटिश के अनुकूल शासक के नियंत्रण में रखने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी
- अफगानिस्तान का अमीर दोस्त मोहम्मद रूस और फारस के साथ मित्रतापूर्ण हो गया से ब्रिटिश सरकार को अग्रगामी विचारधारा गिनती के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और एक त्रिपक्षीय संधि पर हस्ताक्षर थी (ब्रिटिश + सिख़ + शाहशुजा )
- ब्रिटिश का इरादा उत्तर पश्चिम में 1 स्थायी का विरोध स्थापित करना था
- अंग्रेज काबुल में घुसे दोस्त मोहम्मद ने आत्मसमर्पण कर दिया और साँस सुझावों अफ़ग़ानिस्तान का मीर बना दिया लेकिन शाह शुजा अफ़ग़ानिस्तान के लिए अस्वीकार्य था इसलिए अफ़ग़ान विद्रोह कर उठे और अंततः ब्रिटिश को 1 संधि पर हस्ताक्षर करने के लिये मजबुर किया गया
- 1841 ब्रिटिश ने अफ़ग़ानिस्तान को खाली कर दिया और दोस्त मोहम्मद को अमीर बना दिया
Afghan war (द्वितीय एंग्लो अफ़ग़ान युद्ध )
- गडमक की संधि की संधि 1879 (ब्रिटिश+ याकूब खान )
- अमीर भारत सरकार की सलाह से अपनी विदेश नीति का संचालन करेंगे
- 1 स्थायी ब्रिटिश रेजिडेंट काबुल में तैनात होगा
- भारत सरकार विदेशी आक्रामकता के ख़िलाफ़ समर्थन देगी और 1 वार्षिक सब्सिडी अफ़ग़ान को दी जाएगी